शराबी प्राचार्य गरीब आदिवासी बच्चो के भविष्य से कर रहा खिलवाड़ !

शराबी प्राचार्य गरीब आदिवासी बच्चो के भविष्य से कर रहा खिलवाड़ !
मुख्यमंत्री को बताता है अपना रिश्तेदार, एक मोहल्ले में रहने की देता है धौंस –
क्षेत्रीय सरपंचों ने प्राचार्य पर लगाए गंभीर आरोप, कलेक्टर, एसडीएम ओर बीईओ से की शिकायत –
रिपोर्टर-सुनील खोड़े
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झाबुआ – शासन-प्रशासन आदिवासी बाहुल्य झाबुआ जिले में शिक्षा के स्तर को बढ़ाने को लेकर लाखों करोड़ों रुपए खर्च कर रहा है और कई अभियान चलाए जा रहे हैं जिससे आदिवासी अंचल के गरीब बच्चों को अच्छी से अच्छी शिक्षा मिल सके और गरीब बच्चों के भविष्य को संवारा जा सके। लेकिन शासन प्रशासन के इस सपने को स्थानीय अधिकारी व कर्मचारी पलीता लगाने में लगे हुए हैं। जिसका एक बड़ा उदाहरण पेटलावद तहसील की शासकीय हाई सेकेंडरी स्कूल बरबेट से सामने आया है। जहां के प्राचार्य पर क्षेत्रीय सरपंचों के द्वारा कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं।
*प्राचार्य पर लगे गंभीर आरोप -*
शासकीय हाई सेकेंडरी स्कूल बरबेट में पदस्थ मोतीराम मालवीय पर क्षेत्रीय पांच से अधिक सरपंचों के द्वारा गंभीर आरोप लगाए गए हैं। ग्राम पंचायत डाबड़ी के सरपंच भूरासिंह मेड़ा के अनुसार प्राचार्य मोतीराम मालवीय के द्वारा स्कूल में बच्चों को लेकर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है, जिससे इस वर्ष का 10वीं व 12वीं का रिजल्ट पूरी तरह से खराब रहा है। क्षेत्र के गरीब बच्चे शासकीय स्कूल पर ही निर्भर है किंतु प्राचार्य की लापरवाही के कारण बच्चों को ठीक ढंग से शिक्षा नहीं मिल पा रही है। जिस वजह से बरवेट स्कूल का रिजल्ट बेहद खराब रहा है। प्राचार्य की लापरवाही और मनमानी के कारण गरीब आदिवासी बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है।
*शराब के नशे में प्राचार्य देते है सीएम साहब की धमकी -*
ग्राम पंचायत बावड़ी के सरपंच अविन गामड़ ने बताया कि हमारे गांव से शासकीय हाई सेकेंडरी स्कूल बरबेट में कई बच्चे पढ़ने के लिए जाते हैं, जहां पदस्थ प्राचार्य की लापरवाही के कारण बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है। प्राचार्य शराब के नशे में रहते हैं और उनकी अगर कोई शिकायत करें तो प्राचार्य के द्वारा यह धमकी दी जाती है कि मैं उज्जैन का रहने वाला हूं और मुख्यमंत्री के मोहल्ले में ही रहता हूं। मुख्यमंत्री मेरे रिश्तेदार है। मेरा कोई कुछ नहीं उखाड़ सकता है। तुमसे जो हो कर लेना। प्राचार्य मुख्यमंत्री की धौंस देते हुए अपनी मनमानी पूर्वक स्कूल में कार्य कर रहे हैं।
*प्राचार्य को हटाने की मांग -*
ग्राम पंचायत बरबेट के सरपंच भेरू सिंह सिंगाड द्वारा बताया गया कि हमारी ग्राम पंचायत में उक्त स्कूल स्थित है। शासन द्वारा सर्व सुविधा युक्त स्कूल का निर्माण करवाया गया है। किंतु वर्तमान में जो प्राचार्य स्कूल में पदस्थ है उनकी लापरवाही और मनमानी के कारण बच्चों का भविष्य खतरे में है। 10 वीं ओर 12 वीं के रिजल्ट के दौरान स्कूल का प्रदर्शन खराब रहा है। जिसको लेकर कलेक्टर ने भी प्राचार्य को हटाने के निर्देश और आदेश दिया था। बावजूद अभी तक प्राचार्य को नहीं हटाया गया है। हम सभी सरपंचों और ग्रामीणों की यही मांग है कि उक्त प्राचार्य को तत्काल प्रभाव से हटाया जाए।
*करेगे आंदोलन -*
ग्राम पंचायत महवड़ीपाड़ा कला के सरपंच प्रतिनिधि भेरू गामड़ द्वारा कहा गया कि हमारे क्षेत्र के बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है जो कि हम बर्दाश्त नहीं करेंगे। अगर शासकीय हाई सेकेंडरी स्कूल बरवेट के प्राचार्य मोतीराम मालवीय को नहीं हटाया जाता है तो हमारे द्वारा ग्रामीणों को साथ लेकर आंदोलन किया जाएगा। क्योंकि हमारे क्षेत्र के गरीब बच्चे शासकीय स्कूल पर निर्भर है लेकिन वहां के प्राचार्य ही लापरवाह है तो इन बच्चों के भविष्य का क्या होगा।
*पहले हुआ तदबाला आदेश फिर त्रुटि बताकर किया निरस्त -*
जनजाति कार्य विभाग झाबुआ द्वारा एक आदेश जारी किया गया था। जिसमें शासकीय हाई सेकेंडरी स्कूल बरवेट के प्राचार्य मोतीराम मालवीय का तबादला शासकीय हाई स्कूल बलवासा तहसील थांदला में कर दिया गया था। किंतु दूसरे आदेश में त्रुटि बताकर उक्त तबादले को आगामी आदेश तक निरस्त किया गया है। हालांकि कलेक्टर ने भी बरबेट स्कूल के खराब रिजल्ट के चलते प्राचार्य को हटाने के निर्देश दिए थे। सूत्रों की माने तो प्राचार्य अपना तबादला रुकवाने की जोड़-तोड़ में जुटे हुए हैं।