शहर में बाहरी गुंडातत्व का आतंक, अपने आप को बताता है दो राज्यो का तड़ीपार ! पुलिस को इसकी कुंडली की जांच करना चाहिए शराब के नशे में चिकित्सको के साथ किया विवाद, बाद में जाकर रगड़ी नाक, मांगी माफी की भीख – थाने पहुचा मामला, बाद में हुआ समझौता – सुनील खोड़े, उड़ता 🏹तीर – —————————— एक रात्रि में शहर में आवारा – असामाजिक ओर गुंडा प्रवति के व्यक्ति द्वारा शराब के नशे में जमकर उत्पात मचाया। और पहले तो सड़कों पर गुंडाई का नंगा नाच किया फिर अस्पताल में जाकर चिकित्सकों के साथ नशेड़ी ने विवाद किया और चिकित्सकों के साथ हाथापाई की। मुंबई से आए इस गुंडा तत्व के व्यक्ति द्वारा आए दिन शहर में उत्पाद मचाया जाता है और नशे की हालत में अपने आप को शहंशाह समझता है यहां तक की लोगों से कहता फिरता है कि मैं तो दो राज्यों से तड़ीपार हूं और अब यहां अपना राज स्थापित करूंगा नशेड़ी भू माफिया भी है जिसने शहर में कई स्थानों पर जमीन खरीद रखी है और अपने पेसो के दम पर भोले भाले युवाओं को फंसा कर उन्हें नशे की लत लग रहा है और उनसे अपराधों को अंजाम दिलवाने के उद्देश्य से उन्हें आगे कर देता है। जबकि खुद पीछे हटकर तमाशा देखता है। वैसे सुना तो यह भी है कि इस गुंडे की हाल ही में दौड़ा-दौड़ा कर पिटाई भी हुई है। यह खबर काल्पनिक ना होकर एक सच्ची घटना पर आधारित है। घटना में हम शहर का नाम इसलिए उजागर नहीं कर रहे हैं क्योंकि यह तो बाहरी गुंडा है इसकी कोई औकात नहीं लेकिन हम सभ्य शहर को बदनाम नहीं करना चाहते हैं। बाहरी गुंडे द्वारा अस्पताल में नशे की हालत में पहले तो चिकित्सकों के साथ गुंडागर्दी की फिर जब चिकित्सकों द्वारा एकत्रित होकर थाने पर शिकायत की गई तो यह असामाजिक तत्व घबरा गया और चिकित्सकों के पैर में जाकर गिड़गिड़ाया और फिर नाक रगड़कर माफी की भीख मांगता रहा। जिस पर चिकित्सकों द्वारा इस गुंडे की पहली गलती मानकर माफ कर दिया गया और फिर दोनों के बीच समझौता नामा भी लिखा गया। मामले में समझोता होता देख पुलिस ने भी कोई खास दिलचस्पी नहीं ली और समझौते के नाम पर मामले को छोड़ दिया। लेकिन बड़ा सवाल यह है कि क्या कोई गुंडा इस तरह से गुंडागर्दी करेगा और फिर नाक रगड़कर माफी मांग लेगा तो उसे माफ कर दिया जाएगा या फिर ऐसे गुंडे के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर सलाखों के पीछे डाला जाएगा? … बड़े खुलासे बाकी है…. उड़ता तीर, लेने वाले सावधान
शहर में बाहरी गुंडातत्व का आतंक, अपने आप को बताता है दो राज्यो का तड़ीपार ! पुलिस को इसकी कुंडली की जांच करना चाहिए शराब के नशे में चिकित्सको के साथ किया विवाद, बाद में जाकर रगड़ी नाक, मांगी माफी की भीख - थाने पहुचा मामला, बाद में हुआ समझौता - सुनील खोड़े, उड़ता 🏹तीर - ------------------------------ एक रात्रि में शहर में आवारा - असामाजिक ओर गुंडा प्रवति के व्यक्ति द्वारा शराब के नशे में जमकर उत्पात मचाया। और पहले तो सड़कों पर गुंडाई का नंगा नाच किया फिर अस्पताल में जाकर चिकित्सकों के साथ नशेड़ी ने विवाद किया और चिकित्सकों के साथ हाथापाई की। मुंबई से आए इस गुंडा तत्व के व्यक्ति द्वारा आए दिन शहर में उत्पाद मचाया जाता है और नशे की हालत में अपने आप को शहंशाह समझता है यहां तक की लोगों से कहता फिरता है कि मैं तो दो राज्यों से तड़ीपार हूं और अब यहां अपना राज स्थापित करूंगा नशेड़ी भू माफिया भी है जिसने शहर में कई स्थानों पर जमीन खरीद रखी है और अपने पेसो के दम पर भोले भाले युवाओं को फंसा कर उन्हें नशे की लत लग रहा है और उनसे अपराधों को अंजाम दिलवाने के उद्देश्य से उन्हें आगे कर देता है। जबकि खुद पीछे हटकर तमाशा देखता है। वैसे सुना तो यह भी है कि इस गुंडे की हाल ही में दौड़ा-दौड़ा कर पिटाई भी हुई है। यह खबर काल्पनिक ना होकर एक सच्ची घटना पर आधारित है। घटना में हम शहर का नाम इसलिए उजागर नहीं कर रहे हैं क्योंकि यह तो बाहरी गुंडा है इसकी कोई औकात नहीं लेकिन हम सभ्य शहर को बदनाम नहीं करना चाहते हैं। बाहरी गुंडे द्वारा अस्पताल में नशे की हालत में पहले तो चिकित्सकों के साथ गुंडागर्दी की फिर जब चिकित्सकों द्वारा एकत्रित होकर थाने पर शिकायत की गई तो यह असामाजिक तत्व घबरा गया और चिकित्सकों के पैर में जाकर गिड़गिड़ाया और फिर नाक रगड़कर माफी की भीख मांगता रहा। जिस पर चिकित्सकों द्वारा इस गुंडे की पहली गलती मानकर माफ कर दिया गया और फिर दोनों के बीच समझौता नामा भी लिखा गया। मामले में समझोता होता देख पुलिस ने भी कोई खास दिलचस्पी नहीं ली और समझौते के नाम पर मामले को छोड़ दिया। लेकिन बड़ा सवाल यह है कि क्या कोई गुंडा इस तरह से गुंडागर्दी करेगा और फिर नाक रगड़कर माफी मांग लेगा तो उसे माफ कर दिया जाएगा या फिर ऐसे गुंडे के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर सलाखों के पीछे डाला जाएगा? ... बड़े खुलासे बाकी है.... उड़ता तीर, लेने वाले सावधान

शहर में बाहरी गुंडातत्व का आतंक, अपने आप को बताता है दो राज्यो का तड़ीपार ! पुलिस को इसकी कुंडली की जांच करना चाहिए
शराब के नशे में चिकित्सको के साथ किया विवाद, बाद में जाकर रगड़ी नाक, मांगी माफी की भीख –
थाने पहुचा मामला, बाद में हुआ समझौता –
सुनील खोड़े, उड़ता 🏹तीर –
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एक रात्रि में शहर में आवारा – असामाजिक ओर गुंडा प्रवति के व्यक्ति द्वारा शराब के नशे में जमकर उत्पात मचाया। और पहले तो सड़कों पर गुंडाई का नंगा नाच किया फिर अस्पताल में जाकर चिकित्सकों के साथ नशेड़ी ने विवाद किया और चिकित्सकों के साथ हाथापाई की। मुंबई से आए इस गुंडा तत्व के व्यक्ति द्वारा आए दिन शहर में उत्पाद मचाया जाता है और नशे की हालत में अपने आप को शहंशाह समझता है यहां तक की लोगों से कहता फिरता है कि मैं तो दो राज्यों से तड़ीपार हूं और अब यहां अपना राज स्थापित करूंगा नशेड़ी भू माफिया भी है जिसने शहर में कई स्थानों पर जमीन खरीद रखी है और अपने पेसो के दम पर भोले भाले युवाओं को फंसा कर उन्हें नशे की लत लग रहा है और उनसे अपराधों को अंजाम दिलवाने के उद्देश्य से उन्हें आगे कर देता है। जबकि खुद पीछे हटकर तमाशा देखता है। वैसे सुना तो यह भी है कि इस गुंडे की हाल ही में दौड़ा-दौड़ा कर पिटाई भी हुई है। यह खबर काल्पनिक ना होकर एक सच्ची घटना पर आधारित है। घटना में हम शहर का नाम इसलिए उजागर नहीं कर रहे हैं क्योंकि यह तो बाहरी गुंडा है इसकी कोई औकात नहीं लेकिन हम सभ्य शहर को बदनाम नहीं करना चाहते हैं। बाहरी गुंडे द्वारा अस्पताल में नशे की हालत में पहले तो चिकित्सकों के साथ गुंडागर्दी की फिर जब चिकित्सकों द्वारा एकत्रित होकर थाने पर शिकायत की गई तो यह असामाजिक तत्व घबरा गया और चिकित्सकों के पैर में जाकर गिड़गिड़ाया और फिर नाक रगड़कर माफी की भीख मांगता रहा। जिस पर चिकित्सकों द्वारा इस गुंडे की पहली गलती मानकर माफ कर दिया गया और फिर दोनों के बीच समझौता नामा भी लिखा गया। मामले में समझोता होता देख पुलिस ने भी कोई खास दिलचस्पी नहीं ली और समझौते के नाम पर मामले को छोड़ दिया। लेकिन बड़ा सवाल यह है कि क्या कोई गुंडा इस तरह से गुंडागर्दी करेगा और फिर नाक रगड़कर माफी मांग लेगा तो उसे माफ कर दिया जाएगा या फिर ऐसे गुंडे के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर सलाखों के पीछे डाला जाएगा?
… बड़े खुलासे बाकी है….
उड़ता तीर, लेने वाले सावधान