गुंडातत्व ने दोस्त के इलाज के नाम पर कर ली ठगी… अस्पताल का बिल बना हजारों में…लेकिन… गुंडे ने लुटे लाखो…!

गुंडातत्व ने दोस्त के इलाज के नाम पर कर ली ठगी… अस्पताल का बिल बना हजारों में…लेकिन… गुंडे ने लुटे लाखो…!
दोस्ती के नाम पर कलंक…. आपदा को बनाता है अवसर… मदद के नाम पर किया व्यापार –
दोस्त से उधार लिए वो भी नही दिए….
सुनील खोड़े-उड़ता🏹 तीर
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धोखेबाज गुंडातत्व की बस एक ही कहानी है….जरूरत पड़ने पर धोखा देना उसकी निशानी है… वाह वाह……जी हां ये वही गुंडातत्व, असामाजिक तत्व, नशेड़ी, भूमाफिया, तड़ीपार ओर धोखेबाज है जो अपने ही दोस्तो को मुसबीत में मदद के बहाने लूट लेता है और खुद को वफादार दोस्त बताता है….लेकिन इसकी सच्चाई अब दोस्तो के बीच आ चुकी है इसलिए इसे शहर में बैठने तक कि जगह नही मिल रही है.. इधर-उधर भटक रहा है। क्योकि दोस्त ही थे जिसकी वजह से आज यंहा तक आया वरना दो कौड़ी की औकात वाले इस नेवले को यंहा कौन जगह देता….
खेर छोड़ो ये सब…. इसने दोस्त को धोखा कैसे दिया वो बताते है… उड़ता तीर ख़बर लाया है की इस गुंडातत्व का एक दोस्त है जो एक समय में अस्पताल के बेड पर बेहोशी की हालत में इलाज करवा रहा था उसे यह नहीं पता था कि वह बचेगा भी या नहीं। लंबे इलाज के बाद जब वो ठीक होकर अस्पताल से लौट रहा था…इस दौरान वह अस्पताल का बिल देने लगा तो इस गुंडातत्व ने कहा कि तुम अभी यंहा से जाओ में बिल देखता हूं… ऐसा कहकर उस बेचारे दोस्त को वहां से रवाना कर दिया कुछ दिन बाद जब पुनः अस्पताल के बिल देने की बात आई तो इस गुंडा तत्व ने कहा कि तुम्हारा बिल तो लाखों में बना है और मैंने पैसे दे दिए… तो इस गुंडा तत्व की बात मानकर दोस्त ने इसे जितने पैसे मांगे उतने पैसे दे दिए। लेकिन कुछ समय बाद पता चला कि अस्पताल का बिल तो सिर्फ हजारों में बना था लेकिन इस गुंडा तत्व ने आपदा को अवसर बनाया और अपने ही दोस्त के साथ दगाबाजी,धोखेबाजी, जालसाजी, लुटबाजी, और ठगी कर लाखों रुपए लूट लिए और जब बात का खुलासा हुआ तो अपनी औकात अनुसार गुंडाई का सहारा लेकर उस बेचारे दोस्त को उसने डरा धमका दिया हालांकि यह वही दोस्त है जिसके आज तक इस गुंडा तत्व ने उधार लिए लाखों रुपए भी नहीं दिए। दोस्ती के नाम पर यह गुंडा तत्व कलंक है अपने ही साथियों को बलि का बकरा बनाता हैं और उन्हें ही लूटने से पीछे नहीं है। दोस्तों को धोखा देने में इसने कोई कसर नहीं छोड़ी है…. क्योंकि यह भू-माफिया भी है तो दोस्तों का पैसा इसने जमीनों में भी लगवा दिया और एग्रीमेंट के नाम पर दिया बाबा जी का ठुल्लू…..हालांकि यह बात हमने पहले भी कही है कि इसका मकसद अपने साथ वालों को बाबाजी करना है….अगले एडिशन में जरूर पढ़ियेगा कैसे बुझाता है गुंडा तत्व अपनी हवस……